India News Haryana (इंडिया न्यूज), Unemployment : सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि भाजपा सरकार ने दस साल तक जुमलों और झूठ के सहारे सत्ता चलाई, दस साल से दंश झेल रही है जनता इस बार भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है। प्रदेश और देश बेरोजगारी के भीषण संकट के दौर से गुजर रहा है। रोजगार के नाम पर युवाओं को अग्रिवीर जैसा गंभीर रोग दे दिया गया है। विधानसभा चुनाव आता देख पूरी न करने की नीयत से भाजपा ने एक के बाद अनेक घोषणा की, अगर जनता की इतनी ही चिंता थी तो समय रहने पर ये सारे काम क्यों नहीं किए, भाजपा को पता है कि वह अब सत्ता में आने वाली नहीं हैं।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर प्रदेश और देश के जो आंकड़े सामने आ रहे है वह साबित करते है कि भाजपा पल-पल झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रही है। हर वर्ष करोड़ युवाओं को रोजगार देेने की बात करने वाली भाजपा सरकार रोजगार देना तो दूर की बात कर्मचारियों की छंटनी तक नहीं रोक पा रही है, जो पद खाली हुए है उन्हें तक नहीं भरा गया।
जो कर्मचारी और अधिकारी रिटायर हुए उनके पद अब तक खाली है उन्हें भी भरने की दिशा में कोई काम नहीं हुआ। इसी सरकार ने युवाओं से कभी वायदा किया था कि प्रदेश के युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में 75 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाएगा पर ऐसा हो न सका और सरकार युवाओं से किए गए वायदों को अमल में नहीं ला पाई और न ही उसने कोर्ट में इसके लिए मजबूत पैरवी की।
उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी भाजपा सरकार की फितरत नहीं बदली और युवाओं को गुमराह करते हुए 50 हजार रोजगार देने की घोषणा कर डाली और ऐसे समय में की जब उसे पता था कि आचार संहिता लगने वाली है जो कभी पूरी नहीं होगी, क्योंकि ये बात भाजपा को भी अच्छी तरह पता है कि वह अब सत्ता में आने वाली नहीं हैं।
कमजोर वर्ग को पांच प्रतिशत आरक्षण के मामले में हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। एचके आरएन के माध्यम से जिन एक लाख 20 हजार युवाओं को नौकरी दी है एक प्रकार से उनका मानसिक, शारीरिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है, समान काम समान वेतन की बात को भाजपा ने ताक पर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पिछले दस साल के कार्यकाल में दो लाख 43 हजार नौकरियां कम हो गई, इस सरकार ने 2022-23 में तीन लाख 34 हजार रोजगार देने की बात कही थी पर वर्ष 2023-24 में 90800 को ही रोजगार दिया यानि गत वर्ष की अपेक्षा दो लाख 43 हजार नौकरियां कम हो गई।
इतना ही नहीं 375 कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी की गई। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश और देश बेेरोजगारी के भीषण संकट के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश की जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है और इस चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर रहेगी।
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