Haryana Toll Plaza : प्रदेशभर के सभी टोल प्लाजा 3 घण्टे रहे फ्री : चढूनी

35
Haryana Toll Plaza
प्रदेशभर के सभी टोल प्लाजा 3 घण्टे रहे फ्री : चढूनी
  • गुरनाम सिंह चढूनी बोले- सरकार ने दिल्ली बॉर्डर पर लगाई है खतरनाक लेजर मशीन

India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Toll Plaza, चंडीगढ़ : भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की ओर से शुक्रवार को प्रदेशभर के सभी टोल प्लाजा को 3 घण्टो के लिए फ्री रखने का आह्वान किया गया था। दरअसल ये फैसला कुरुक्षेत्र के हल्का शाहबाद के गांव चढूनी में किसानों की हुई बैठक में लिया गया। इसी के चलते शुक्रवार को प्रदेशभर के सभी टोल प्लाजा 12 बजे से 3 बजे तक बिल्कुल फ्री रखे गए।

बता दें कि MSP की गारंटी की मांग, स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करवाने व अन्य मांगों को लेकर कुछ किसान संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। वही किसानों पर हो रहे बर्ताव के चलते चढूनी ग्रुप ने किसानों का समर्थन करने की बात कही। वही सोमवार को दोपहर 12 से 3 बजे तक टोल फ्री करने का किसानों ने ऐलान किया था। जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बसताड़ा टोल प्लाजा करनाल को किसानों के द्वारा फ्री करवा दिया गया है।

यहां मौके पर सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंचे जिनके द्वारा यह टोल फ्री करवाया गया। मौके पर किसानों से मिलने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी पहुंचे।

एमएसपी गारंटी कानून को लेकर किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच हुई तीसरे दौर की वार्ता में सहमति नहीं बनी। हालांकि किसानों की अधिकतर मांगों को लेकर सरकार और किसानों का रुख पॉजिटिव रहा है। मंत्रियों के साथ रविवार को एक बार फिर किसानों की मीटिंग होगी। वहीं शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का आह्वान किया है और भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने हाइवे के टोल फ्री करने का ऐलान किया है।

टोल प्लाजा पर पहुंचे गुरनाम सिंह चढूनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब से आने वाले किसान को बॉर्डर पर रोक लिया गया है उनके साथ बहुत ही बुरा व्यवहार किया जा रहा है। इसी के चलते  हमने शुक्रवार 3 घंटे के लिए हरियाणा में सभी टोल फ्री करने के लिए ऐलान किया था जिसके चलते यहां पर टोल फ्री कराया गया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के द्वारा हमें इस आंदोलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया इसलिए हम बिना बुलाए इस आंदोलन में पंजाब नहीं जाएंगे। हालांकि यह किसानों के हक की बात है इसी के चलते हम अपने स्तर पर यहां पर काम करते रहेंगे।

हरियाणा में कल टैक्टर मार्च

आज उनकी यूनियन के लोगों के द्वारा टोल फ्री कराए गए हैं तो वहीं कल हरियाणा में सभी तहसील स्तर पर ट्रैक्टर मार्च किसानों के द्वारा निकाले जाएंगे। 18 मार्च को एक बार फिर कुरुक्षेत्र में किसानों के साथ उनकी मीटिंग है। उसके बाद वह आगामी आंदोलन के लिए रणनीति बनाएंगे और शामिल होने पर विचार करेंगे। लेकिन उन्होंने एक बात स्पष्ट कहा दी है कि वह बिना बुलाए इस आंदोलन में भाग लेने के लिए नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पहले भी सयुंक्त किसान मोर्चा के बैनर तले पूरे देश में आंदोलन किया गया था लेकिन उसमें कुछ किसान नेताओं के द्वारा राजनीति की गई जिसके चलते यह आपस में मतभेद बन गए और दो फाड़ हो गए। गुरनाम सिंह से जब सवाल किया गया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उनके तारीफ की है, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि मुख्यमंत्री ने मेरी तारीफ कर दी वह तो मेरे खिलाफ हैं। हम अपने स्तर पर हरियाणा में उनका सहयोग कर रहे हैं लेकिन कहीं ना कहीं हरियाणा सरकार के द्वारा किसानों के ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं वह बिल्कुल निंदनीय है। इसलिए हम भी चाहते हैं कि मिलकर इसका हल निकालना चाहिए।

सरकार ने दिल्ली बॉर्डर पर लगाई खतरनाक लेजर मशीन

वहीं शुक्रवार को करनाल हाइवे के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों के बीच किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पहुंचे। उन्होंने किसानों पर लाठीचार्ज, रबर बुलेट और बल प्रयोग करने पर नाराजगी जताई। किसान आंदोलन के बीच एक बार फिर गुरनाम चढूनी ने किसानों अपनी सरकार बनाने का आह्वान किया। किसान नेता दल्लेवाल द्वारा मोदी के ग्राफ को कम करने वाले बयान से उन्होंने किनारा किया। चढूनी ने कहा दिल्ली बॉर्डर पर सरकार ने किसानों के लिए खतरनाक लेज़र मशीन लगाई। एक किलोमीटर दूर से मशीन किसानों को अचेत कर देगी।