India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi : लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि दोनों दल भारतीय संविधान के खिलाफ हैं और इसे खत्म करने का लक्ष्य रखते हैं। गांधी सोमवार को मध्य प्रदेश के महू में डॉ. बीआर अंबेडकर की जन्मस्थली पर एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारतीय संविधान केवल एक पुस्तक नहीं है, बल्कि इसमें हजारों साल की भारतीय सोच समाहित है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “भारत में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी है जो संविधान में विश्वास करती है और उसके लिए लड़ती है। वहीं दूसरी तरफ आरएसएस और भाजपा है जो भारतीय संविधान, बीआर अंबेडकर और महात्मा गांधी के संविधान के खिलाफ हैं, वे इसे कमजोर करते हैं और इसे खत्म करना चाहते हैं। भारतीय संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, बल्कि भारत की हजारों साल पुरानी सोच है। इस संविधान में भारत के महापुरुषों की आवाज और सोच है।”
वहीं विपक्ष के नेता ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि भागवत 15 अगस्त, 1947 को भारत की आजादी में विश्वास नहीं करते हैं और मानते हैं कि असली आजादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद ही मिली। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले आरएसएस नेता मोहन भागवत ने कहा था कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली थी, यह एक फर्जी आजादी थी।
असली आजादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद मिली है। यह संविधान पर सीधा हमला है। उन्होंने (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संविधान को खत्म करने की कोशिश की। उन्होंने कहा था कि अगर वे 400 सीटें जीत गए तो वे संविधान को खत्म कर देंगे और इसे बदल देंगे… एक बात याद रखें, जिस दिन संविधान खत्म हो जाएगा, इस देश में गरीबों, दलितों, आदिवासियों, ओबीसी के लिए कुछ नहीं बचेगा।
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