India News (इंडिया न्यूज),Possibility Of change In Google Services, नई दिल्ली : गूगल सर्च इंजन दुनिया का जाना-माना और सबसे बड़ा सर्चिंग स्त्रोत बन चुका है। इसकी सहायता से यूजर को ना केवल किसी भी विषय पर बड़ी आसानी से जानकारी हासिल हो जाती है, बल्कि और भी बहुत सारे कार्यों के लिए बेहद उपयोगी है गूगल। यूजर को सिर्फ गूगल पर जाकर सर्च बार में अपना विषय टाइप करना होता है। इसके बाद आगे का काम गूगल करता है और कुछ ही सेकंड बाद यूजर को अपने विषय की पूर्ण जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाती है।
कुछ खास सर्विस के लिए आपसे पैसे लेने का मंथन कर रहा है गूगल
गौरतलब है कि गूगल की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर देश में इसके यूजर हैं। अभी तक गूगल की सारी सर्विस फ्री में मिलती हैं, लेकिन माना जा रहा है कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में गूगल सर्विसिज में बदलाव हो सकते हैं। आपको कुछ चीजों के लिए राशि का भुगतान करना पड़ सकता है। ऐसे में यूजर को जानकर थोड़ी हैरानी भी होगी कि गूगल अपनी कुछ खास सर्विस के लिए आपसे पैसे लेने का मंथन कर रहा है। साथ ही कंपनी की तरफ से इस बदलाव के बड़े संकेत दिखाई दे रहे हैं।
किस सर्विस के लिए लग सकता है चार्ज?
जानकरी मुताबिक गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके सर्च रिजल्ट को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है। इसी सिलसिले में कंपनी का विचार है कि क्यों न वह अपनी कुछ खास एआई पावर्ड फीचर्स को प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सर्विस का हिस्सा बनाए। अभी गूगल के सब्सक्रिप्शन पैक में उनका नया एआई असिस्टेंट जेमिनी शामिल है। जेमिनी गूगल द्वारा बनाया एआई चैटबॉट है। यह आपको टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से इमेज बनाने की सुविधा देता है। जेमिनी चैटबॉट चैटजीपीटी जैसा ही एक टूल है।
सर्विस कब तक आएगी, इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं
रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी इस टेक्नोलॉजी को डेवल्प कर रही है, लेकिन यह सर्विस कब तक आएगी, इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। बताया जा रहा है कि गूगल की फ्री सर्च सर्विस जारी रहेगी और उसमें विज्ञापन भी आते रहेंगे। कुछ समय पहले गूगल का एआई असिस्टेंट जेमिनी ने सुर्खियां बटोरी थी। दरअसल एआई चैटबॉट जेमिनी को लेकर थोड़ा विवाद हुआ था। जेमिनी टेक्स्ट के जवाब में सवालों का जवाब देने के साथ-साथ तस्वीरें भी बना सकता है, लेकिन कुछ गलत तस्वीरें बनने के बाद गूगल को माफी मांगनी पड़ी थी।