India News (इंडिया न्यूज), Patanjali Advertisement Case : पतंजलि, बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने बुधवार यानि आज फिर अखबारों में एक और माफीनामा छपवाया जिसमें बिना शर्त कोर्ट से माफी मांगी गई। मालूम रहे कि पतंजलि पर अखबारों में विज्ञापन देकर एलोपैथी के खिलाफ निगेटिव प्रचार का आरोप है। इस कारण उनके विरद्ध सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही है।
आपको जानकारी दे दें कि पतंजलि ने आज जो माफीनामा लिखवाया है उसमें लिखा है कि विज्ञापनों को प्रकाशित करने में हुई गलती के लिए हम ईमानदारी से बिना किसी शर्त के माफी मांगते हैं। इस तरह की गलती भविष्य में दोबारा कभी नहीं होगी। हम सावधानी के साथ सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करने का वचन देते हैं।
इससे पहले 22 अप्रैल को भी पतंजलि ने 67 अखबारों में माफीनामा प्रकाशित कराया था और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की बात कही थी। पतंजलि ने 23 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानतुल्लाह की बेंच को इसकी जानकारी दी थी। जिस पर जस्टिस हिमा ने पतंजलि से पूछा था- आपके विज्ञापन जिस आकार में रहते थे, क्या इस माफीनामे का भी साइज वही था? जब आप विज्ञापन प्रकाशित करते हैं तो मतलब यह नहीं कि हम उसे माइक्रोस्कोप से देखेंगे। सिर्फ पन्ने पर न हो, आसानी से पढ़ा भी जा सके। इससे पहले पतंजलि ने 2 और 9 अप्रैल को भी माफी मांगी थी।
वहीं सुप्रीम कोर्ट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की ओर से 17 अगस्त, 2022 को दायर की गई याचिका पर सुनवाई कर रही है जिसमें साफ कहा गया कि पतंजलि ने कोविड वैक्सीनेशन और एलोपैथी के खिलाफ निगेटिव प्रचार किया था। वहीं खुद की बनी आयुर्वेदिक दवाओं से बीमारियों के इलाज का झूठा दावा किया।
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