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Farmer Protest Day 2 : किसान और पुलिस प्रशासन आमने-सामने, लगातार बनी हुई टकराव की स्थिति

• LAST UPDATED : February 14, 2024

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India News (इंडिया न्यूज़), Farmer Protest Day 2, चंडीगढ़ : दिल्ली कूच को लेकर किसानों का कल पहला दिन था। जिसमें किसानों और पुलिस प्रशासन में सुबह से ही झड़प जारी रही। पुलिस प्रशासन ने भी किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए हर हथकंडे अपनाए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जब फिर भी नहीं माने तो उन पर रबड़ की गोलियों की फायरिंग की गई। शाम को फिर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया।

आज किसानों के दिल्ली कूच का दूसरा दिन हैं। इस कारण शंभूं बॉर्डर हालात काफी गंभीर हैं। एक बार फिर सुबह 10 बजे से जवान और किसान आमने-सामने हो गए हैं। इस दौरान पुलिस की ओर से दिल्ली कूच रोकने के लिए किसानों पर आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की गई तो आक्रोशित किसानों ने पथराव किया।

झड़प में इतने पुलिस कर्मी और किसान हुए जख्मी

आज झड़प में पुलिस के 15 लोग जख्मी हुए तो वहीं 12 से अधिक किसान घायल हुए जिस कारण उन्हें अस्पताल ले जाया गया पहुंचे। मालूम हुआ है कि घायलों में अंबाला डीएसपी आदर्शदीप भी शामिल हैं। काफी प्रयासों के बावजूद किसान  बैरिकेडिंग तोड़ने में कामयाब नहीं हो सके।

ट्रैक्टरों में खाने-पीने का भंडार

आपको यह भी जानकारी दे दें कि किसान दिल्ली कूच को लेकर 6 माह का राशन लेकर चल रहे हैं। किसानों की आंदोलन को लेकर पूरी तैयारी है। ट्रैक्टर-ट्रालियों में रोटी, सब्जी के भंडार भी देखे जा रहे हैं। सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रालियों में से अधिकतर में भोजन की व्यवस्था नजर आ रही है।

इन मांगों पर नहीं बन पाई सहमति

साढ़े 5 घंटे चली बैठक में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गारंटी कानून और कर्ज माफी पर सहमति नहीं बन पाई। इसी कारण किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया।

जानिए ये हैं किसानों की मांगें

  • एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाए।
  • पिछले आंदोलन में मारे गए किसान परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
  • किसानों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं।
  • लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दी जाए।
  • डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय हो।
  • किसान खेत मजदूरों का कर्जा माफ हो, पेंशन दी जाए।
  • भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए।

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