India News (इंडिया न्यूज), Tehsil Employee Accused Of Bribery : गांव मनाना निवासी किसान ने समालखा तहसील में रजिस्ट्री की जांच करके नकल लेने की एवज में 1000 रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया जिसको लेकर किसान ने मामले की लिखित शिकायत नायब तहसीलदार को देकर कार्रवाई की मांग करते हुए रिश्वत लेते कर्मचारी की वीडियो पेश की लेकिन अभी तक विभाग ने कोई एक्शन नहीं लिया। करीब 28- 29 वर्षीय किसान सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि समालखा तहसील कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बनी हुई है। यहां बगैर लिए दिए लोगों के काम नहीं हो पा रहे।
Tehsil Employee Accused Of Bribery : नकल देने की एवज में उससे एक हजार रुपए की मांग की
समालखा नायब तहसीलदार अशोक गौतम को दी लिखित शिकायत में समालखा निवासी सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि वह गत 25 अप्रैल को तहसील कार्यालय में अपनी रजिस्ट्री की नकल लेने गया था। जब वह अपनी फर्द निकलवाकर रिकार्ड रूम में पहुंचा तो वहां पर तैनात कर्मचारी ने रजिस्ट्री की जांच कर नकल देने की एवज में उससे एक हजार रुपए की मांग की। बार बार अनुरोध करने पर भी जब वह नही माना तो उसने एक हजार रुपए नकद दिए। शिकायत कर्ता सुरेन्द्र ने आरोप लगाया कि उसने एक हजार रुपए देते समय उक्त कर्मचारी की विडियो भी बना ली थी। इस संदर्भ में नायब तहसीलदार का पक्ष जानने के लिए फोन किया तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
तहसील कार्यालय में रिश्वतखोरी का यह मामला कोई नया नहीं
इस बारे तहसीलदार ही बता सकते हैं। तहसीलदार से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। तहसील कार्यालय में रिश्वतखोरी का यह मामला कोई नया नहीं है। पिछले दिनों समालखा की वाल्मीकि बस्ती निवासी आरटीआई कार्यकर्ता रोहित लाहोट ने भी तहसील कार्यालय में रिश्वत लेने का मामला ट्विटर के माध्यम से सीएम दरबार में पहुंचा तो मामले की जांच करते हुए गत 9 अप्रैल को नायब तहसीलदार अशोक गौतम ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी से आरटीआई कार्यकर्ता को लिए गए रिश्वत के पैसे वापस दिलवा कर मामले को रफा-दफा कर दिया था। उपमंडल परिसर में भी गत 18 अगस्त 2022 को विजिलेंस ने दबिश देकर डिस्पैच क्लर्क को समालखा पुलिस चौकी के पास से गिरफ्तार किया था।