India News Haryana (इंडिया न्यूज), Accident in Bhiwani : स्पेशल स्टाफ सिरसा ने लूटपाट के मामले में 10 साल से फरार मोस्ट वांटेड संजय कुमार को पंजाब के खरड़ क्षेत्र से गिरफ्तार किया। आरोपी संजय के खिलाफ हरियाणा के सिरसा, हिसार, फतेहाबाद व राजस्थान के रावतसर में केस दर्ज हैं। उक्त सभी मामलों में वह फरार था। रावतसर पुलिस ने उस पर 2 हजार रुपये, हिसार पुलिस ने 50 हजार, फतेहाबाद व सिरसा पुलिस ने 5-5 हजार रुपये इनाम घोषित किया हुआ था। आरोपी संजय अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले अच्छा एथलीट था और वह 100 मीटर दौड़ में स्टेट खेल चुका है। जिसमें उसके कांस्य पदक मिला था।
इस मामले में खास बात यह है कि स्पेशल स्टाफ पुलिस ने जिस मामले में आरोपी संजय को गिरफ्तार किया है। उस मामले में शामिल सभी आरोपियों को कोर्ट अक्टूबर 2019 में बरी कर चुकी है। चौपटा थाना पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस सबूत कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। ऐसे में साफ है कि आरोपी संजय वांटेड था, लेकिन उसके खिलाफ भी पुलिस के पास ऐसा कोई सबूत नहीं था जिससे वो कोर्ट में उसे दोषी साबित करा पाए। अब देखना है कि पुलिस रिमांड में स्पेशल स्टाफ सिरसा पुलिस आरोपी संजय से क्या बरामदगी दिखाती है।
उप पुलिस अधीक्षक दीप्ति गर्ग ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी संजय पुत्र देवीलाल सिरसा के गांव फूलकां का रहने वाला है। 11 अक्टूबर 2014 में संजय ने अपने साथियों के साथ गांव गुसाई आना स्थित पेट्रोल पंप के सेल्समैन से पिस्तौल के बल पर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। वह 33 हजार 800 रुपये की नकदी लूट कर फरार हो गया था। इस वारदात के अन्य आरोपियों को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है। संजय पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता था। एएसपी का कहना है कि 10 जून को स्पेशल स्टाफ सिरसा के प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप को संजय के बारे में गुप्त सूचना मिली। वे अपनी टीम के साथ पंजाब के खरड़ पहुंचे और संजय को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार गुसाई आना रोड पर पंचवटी मोटर्स पेट्रोल पंप पर दया राम व उसका भाई बलराम सेल्समैन थे। 11 अक्टूबर 2014 की देर रात करीब सवा एक बजे वे दोनों पंप पर सोये हुए थे। इसी दौरान एक रिट्ज कार पंप पर आई। कार में से चार युवक नीचे उतरे। इनमें से दो युवकों के पास बंदूकें व दो के पास पिस्तौल थी। उक्त चारों ने दोनों भाइयों की कनपटी पर पिस्तौल तान दी और मोबाइल फोन छीन लिए। इसके बाद बलराम के पास से 33,800 रुपये की नकदी छीन ली। और कार में 1805 रुपे का पेट्रोल पंप भरवा कर दोनों भाईयों को कमरे में बंद करके फरार हो गए। चौपटा थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
चौपटा पुलिस ने इस मामले में बनगांव थाना भट्टू निवासी संदीप उर्फ रावण, मंदीप उर्फ पंजाबी निवासी गांव चौबारा जिला फतेहाबाद, विक्रम उर्फ टार्जन निवासी साहूवाला सेकंड, विक्रम निवासी भूना, प्रदीप निवासी दौलतपुरा, सुभाष निवासी केरांवाली, संदीप निवासी फरमाई कलां व राजपाल निवासी खैशरगढ़ को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार व रुपये की बरामदगी दिखाई। कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर सकी। जिस वजह से 15 अक्टूबर 2019 को कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
शुरुआती जांच में पता चला है कि संजय हिसार में लूटपाट व डकैती के 3 मामलों में वांटेड है। इसके अलावा फतेहाबाद में उस पर लूटपाट के 4 केस दर्ज हैं। राजस्थान के रावतसर थाना क्षेत्र में उसने साल 2015 में वारदात को अंजाम दिया था।
एएसपी दीप्ति गर्ग का कहना है कि आरोपी संजय लूटपाट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का सदस्य है। आरोपी का पूरा आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। आरोपी के बारे में हिसार, फतेहाबाद व राजस्थान पुलिस को सूचना दे दी गई है। आरोपी संजय को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
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